राजस्थानी हाइकू पर आपरो घणो-घणो मान करां सा....मायड़भोम आर मायड़भाषा रो मान जरुरी है...

बुधवार, 22 अप्रैल 2009

11 हाइकु

1.
सावण मं छाँट कोनी
भादवो ल्यायो झोलो
दिवाळी फीकी जाय
2.
सेठां क जळ दिवा
पेट हुगा भरया
मेहनत मरोड़ा खाय
3.
मंगा हुगा तेल लूण
बजारां मं लूट मची
घी री छुकाणी देल्यो
4.
गंगाजी न्हायो
तीर्थ धाम कोनी छोड्यो
गरीबां क गुन्ठो दे
5.
पेट काट्यो
तन उघाडो
रिप्या दीं ब्याज नं
6.
आधो भूखो
तीस्यो न्यारो
न्योली ले र मरगो
7.
ब्याज माडो
लालच बुरो
मिनख मरादे
8.
सींव काटी
जमीन दबाई
काळ पडगो
9.
रात रोवं
दिन तरसं
बिन बरस्यो जाय
10.
आणि चाली
धूल उड़
डांस कोनी
11.
उन्यालो आयो
कालजो ठंडो
राबड़ी छाय पीली

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